Brie cheese in hindi | ब्री चीज़

Brie cheese kya hota hai (ब्री चीज़ क्या होता है) ?

Brie cheese (ब्री चीज़) एक soft cow milk का चीज़ है जिसकी उत्पत्ति फ्रांस के ब्री क्षेत्र में हुई थी। इसका नाम इसी क्षेत्र के नाम पर रखा गया है और 8वीं शताब्दी से इसका उत्पादन वहां किया जा रहा है। ब्री की विशेषता इसका पीला, मलाईदार आंतरिक भाग और बाहर खिले हुए सफेद छिलके हैं। इसमें मिट्टी जैसा हल्का और मक्खन जैसा स्वाद है।

परंपरागत रूप से, ब्री चीज़ कच्चे गाय के दूध से बनाया जाता है, हालांकि पाश्चुरीकृत संस्करण भी उपलब्ध हैं। चीज़ को बड़े या छोटे पहियों में बनाया जाता है और कई हफ्तों तक रखा जाता है। उम्र बढ़ने की प्रक्रिया के दौरान, पनीर एक नरम, मलाईदार बनावट और विशिष्ट स्वाद विकसित करता है।

ब्री को अक्सर कमरे के तापमान पर परोसा जाता है, जिससे यह अपनी बनावट और स्वाद तक पहुँच पाता है। यह ताज़े फल, क्रैकर्स और क्रस्टी ब्रेड जैसी विभिन्न प्रकार की चीज़ों के साथ अच्छी तरह से मेल खाता है। इसका उपयोग आमतौर पर खाना पकाने में भी किया जाता है और इसे पिघलाया जा सकता है।  ब्री चीज़ एक प्रिय और बहुमुखी चीज़ है जिसका मलाईदार बनावट और नाजुक स्वाद के कारण कई लोग आनंद लेते हैं।

Brie cheese in Hindi | ब्री चीज़

Brie cheese kaise banayi jati hai (ब्री चीज़ कैसे बनायी जाती है) ?

दूध गर्म करना (heat the milk) : दूध को एक बड़े स्टेनलेस स्टील के बर्तन में डालते है और इसे मध्यम आंच पर 86°F (30°C) तक धीरे-धीरे गर्म करते है , जलने से बचाने के लिए बीच-बीच में हिलाते हैं।
कल्चर डालना (add cultures) : दूध की सतह पर मेसोफिलिक स्टार्टर कल्चर, पेनिसिलियम कैंडिडम और जियोट्रिचम कैंडिडम (यदि उपयोग कर रहे हैं) डालते है । कल्चर को एक या दो मिनट के लिए पुनः हाइड्रेट होने देते है , फिर उन्हें दूध में मिलाने के लिए धीरे से हिलाते है।

दूध को पकाना (Ripen the milk) : बर्तन को ढक कर दूध को लगभग 45 मिनट तक पकाते है जिससे तापमान 86°F (30°C) पर बना रहे। इस समय के दौरान दूध अम्लीकृत होगा।
जमावट (coagulation) : तरल कैल्शियम क्लोराइड को ठंडे, गैर-क्लोरीनयुक्त पानी में घोलकरऔर दूध में कैल्शियम क्लोराइड का घोल मिलते है। और धीरे से हिलाते है। इसके बाद, तरल रेनेट को ठंडे पानी में पतला करके इसे दूध में मिलते है फिर बर्तन को ढक कर दूध को जमने के लिए 45-60 मिनट तक ऐसे ही छोड़ देते है।

दही काटना (cut the curds) : एक लंबे चाकू या दही कटर का उपयोग करके, दही को छोटे-छोटे क्यूब्स में काट लेते है। लगभग 5 मिनट तक दही को ऐसे ही पड़ा रहने देते है।
दही को हिलाना (stir the curds) : अधिक मट्ठा (whey) निकालने के लिए दही को लगभग 5 मिनट तक धीरे-धीरे हिलाते है। इस प्रक्रिया के दौरान दही को 86°F (30°C) पर बनाए रखते।
चीज़ को मोल्ड में डालना (mold the cheese) : चीज़ के सांचे को चीज़ के कपड़े से लपेटकर फिर दही को सांचे में डाल लेते है । और अतिरिक्त मट्ठा (whey) निकालने के लिए दबाया जाता है।

दबाना (pressing) : चीज़ के सांचे को ड्रेनिंग मैट पर रखकर ऊपर वजन रखकर हल्का दबाव डालते है। फिर चीज़ को 2-3 घंटे के लिए ऐसे ही छोड़ देते है, फिर उसे सांचे से निकाल कर फिर से दोबारा दबाया जाता है। इस प्रक्रिया को अगले 12-24 घंटों में कुछ बार दोहराया जाता है।
नमकीन बनाना (salting) : जब चीज़ सख्त हो जाए, तो उसे सांचे से निकाल लेते है और उस पर चीज़ नमक लगा देते है। चीज़ को कुछ घंटों के लिए हवा में सूखने देते है ।

बुढ़ापा (aging) : चीज़ को चीज़ की चटाई पर किसी ऐसे कंटेनर में रखते है जो उम्र बढ़ने के लिए उपयुक्त हो, जैसे कि चीज़ केव या रेफ्रिजरेटर। तापमान लगभग 50-55°F (10-13°C) और आर्द्रता स्तर 85-90% बनाए रखते है। चीज़ को रोजाना पलटते है और सतह पर जमा हुई अतिरिक्त नमी को हटा देते है। वांछित स्वाद और बनावट के आधार पर, उम्र बढ़ने (aging) में आमतौर पर 2-4 सप्ताह लगते हैं।

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