steaming (स्टीमिंग) क्या होती है ?
steaming (स्टीमिंग) खाना पकाने की एक विधि है जिसमें खाना भाप (steam) में पकाया जाता है। इस method में खाना directly पानी में नहीं रखा जाता, बल्कि उसे पानी के ऊपर रखा जाता है, जिससे भाप उसे गरम करके पकाता है। इस मेथड में किसी बर्तन में पानी को गर्म करके उसका भाप बनाया जाता है और उस भाप के ऊपर steamer या कोई ऐसा बर्तन जिसमे भाप आर-पार हो सके उसमे खाने को रखा जाता है और ऊपर से ढक दिया जाता है ताकि भाप बाहर न आये और खाना अच्छे से पक जाए।
steaming (स्टीमिंग) एक हल्के और स्वस्थ खाना पकाने का तरीक़ा है, क्योंकि इसमें खाने में तेल या फैट का इस्तेमाल नहीं होता और इससे पोषण तत्व और स्वाद बने रहते हैं। स्टीमिंग का उपयोग सब्जियों, मछली, मुर्गी, मोमोज़, इडली, ढोकला और कुछ मिठाई बनाने में होता है। इस तरीक़े से खाने के विटामिन और पोषण तत्व भी नुकसान नहीं पहुंचते, इसलिए यह अच्छा खाना बनाने का तरीक़ा माना जाता है।
Basic rule of steaming:
स्टीमिंग में खाना बनाने के लिए कुछ मूल नियम निम्नलिखित हैं:
- छोटे-छोटे भोजन को ही steaming (स्टीमिंग) से पकाना चाहिए क्योकि यह धीरे धीरे पकाता है। हरी सब्जियों को पकने के लिए यह विधि सही नहीं है।
- स्टीमर का उपयोग करें: एक अच्छी गुणवत्ता वाले स्टीमर का उपयोग करें या एक ऐसा स्टीमिंग बास्केट या रैक उपयोग करें जो पॉट में अच्छी तरह से फिट होता है। स्टीमर खाने को पानी के सीधे संपर्क के बिना भाप द्वारा खाने को पकाता है।
- पानी की अच्छी तरह से उबालें(boil), लेकिन पानी का स्तर खाने वाले ट्रे के नीचे होना चाहिए । steaming (स्टीमिंग) के दौरान खाने को पानी में नहीं डुबाना है।
- खाने को साफ करें और उसे बराबर आकार के टुकड़ों में काट लें। सही तैयारी से खाना समान रूप से पकाता है।
- steaming (स्टीमिंग) से पहले अपनी पसंदीदा हर्ब्स, मसाले, या मरिनेशन के साथ खाने को मिला लें। स्टीमिंग खाने के प्राकृतिक स्वाद को बढ़ाता है,
- खाने को steaming (स्टीमिंग) बास्केट या रैक पर एकल परत में व्यवस्थित करें। टुकड़ों के बीच कुछ जगह छोड़ें ताकि भाप उन्हें चारों ओर से सिर्कुलेट कर सके।
- पानी के साथ बास्केट रखने वाले पॉट को ढककर ढकें। इससे भाप खाने में बना रहता है और खाना अच्छी तरह से पकता है।
- steaming (स्टीमिंग) का समय खाने के प्रकार और आकार पर निर्भर करता है। नरम सब्जियां जल्दी से पक जाती हैं, जबकि बड़े टुकड़े कटे हुए मांस या मछली अधिक समय तक पक सकते हैं। आप अपने खाने के हिसाब से यह समय निर्धारित कर सकते हैं।

सब्जियां पकी या नहीं यह जाँच करने के लिए फोर्क का इस्तेमाल करें, जबकि मछली और चिकन को पकाते समय यह देखने के लिए की मांस पका या नहीं आप खाने के थर्मामीटर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे खाना सही तापमान पर पका है या नहीं, यह जांच किया जा सकता है।
4 health benefits of steaming food (स्टीमिंग के 4 फायदे)
- वेट लॉस :
स्टीम मेथड में खाना पकाने के लिए किसी भी प्रकार के तेल की आवश्यकता नहीं पड़ती। यह सिर्फ भाप से ही खाद्य पदार्थ को पका देता है। खाना पकाने के लिए कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल करने की तुलना में स्टीम करके पकाए गए खाने में फैट की मात्रा बहुत कम होती है। इसलिए यह वेट लॉस में एक अच्छा विकल्प माना जाता है। - कोलेस्ट्रॉल :
स्टीम मेथड से बने खाने का सेवन बॉडी में कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित रखता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि स्टीम मेथड में किसी प्रकार के तेल का प्रयोग नहीं होता। वहीं खाने को पूरी तरह से भाप देकर पकाया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के मरीजों के लिए स्टीमिंग मेथड एक सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। - पाचन :
स्टीम करके पकाए गए सब्जी और फल काफी ज्यादा मुलायम होते हैं, इन्हें आसानी से डाइजेस्ट किया जा सकता है। वहीं स्टीम मेथड से हमारे शरीर को सभी पोषक तत्व मूल्य रूप से प्राप्त होते हैं। - विटामिन और मिनरल्स :
खाना पकाने के पारंपरिक तरीके जैसे तलना या उबालना भोजन की पोषण गुणवत्ता को कम कर देता है। स्टीम मेथड सब्जियों में पाए जाने वाले आवश्यक विटामिन और मिनरल्स को बरकरार रखती है। वहीं भाप लेने से विटामिन बी, थायमिन, नियासिन और विटामिन सी जैसे कुछ विटामिनों की शक्ति और बढ़ जाती है। इसके साथ ही, पोटेशियम, कैल्शियम, फॉस्फोरस और जिंक जैसे कुछ मिनरल्स बने रहते हैं।
conclusion (निष्कर्ष)
cooking method – Steaming (स्टीमिंग) से खाना बनाने का यह तरीका हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा महत्व रखता है। यह सब्जियों एवं फल के मूल्य पोषक तत्वों को बरकरार रखता है और शरीर को आवश्यकता अनुसार न्यूट्रिशन देता है। यह वेट लॉस में एक अच्छा विकल्प माना जाता है। स्टीमर को साफ करना आसान होता है। इस पर किसी प्रकार का चिपचिपा पदार्थ नहीं लगा होता। स्टीमर को आसानी से साफ कर सकते हैं। वहीं तेल इत्यादि का प्रयोग करके बनाए गए खाने के बर्तनों को साफ करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है।