पंजीरी (Panjiri) अक्सर घरों में उत्सवों, विशेष अवसरों और भगवान् के प्रसाद के रूप में तैयार की जाती है। पंजीरी नवरात्रि के दौरान, विशेषतः श्रद्धा के नौ दिनों के दौरान और माता की पूजा के अवसर पर बनाई जाती है। यह सत्यनारायण भगवान् की कथा के बाद प्रसाद के रूप में दी जाती है। इसके अलावा, यह अक्सर शरद ऋतु (सितंबर से दिसंबर) और शीत ऋतु (जनवरी से मार्च) के दौरान बनाई जाती है, जब ठंडी हवाएँ होती हैं और शरीर को गर्म ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
विवाह, शुभारंभ, गृह प्रवेश या किसी खुशी के अवसर पर भी पंजीरी बनाने की परंपरा है। यह अवसरों के अनुसार विभिन्न रूपों में तैयार की जा सकती है, जिनमें विभिन्न मेवे, गुड़, घी, और मसाले इस्तेमाल किए जाते हैं। इसमें लोग अपने स्वाद के अनुसार बदलाव करते हैं और घर में स्वयं तैयार करते हैं। इसलिए यह विभिन्न क्षेत्रों और परिवारों में अलग-अलग तरीके से बनती है।
पूर्व तैयारियों में लगा समय – 5 मिनट बनाने में लगा समय -20 मिनट
कुल समय – 25 मिनट सर्विंग्स – 3
पंजीरी बनाने के लिए सामग्री (ingredient of Panjiri) :
- 1 कप गेहूं का आटा (whole wheat flour)
- 1 कप घी (ghee)
- 1 कप चीनी या गुड़ (sugar or jaggery, अपने स्वादानुसार चुनें)
- 1/2 कप कटे हुए पिस्ता (chopped pistachio)
- 1/4 कप कटे हुए बादाम (chopped almond)
- 1/4 कप कटे हुए काजू (chopped cashew-nut)
- 1 छोटी चम्मच इलायची पाउडर (cardamom powder)
पंजीरी बनाने की रेसिपी (how to make panjiri) :
- सबसे पहले, एक कढ़ाई में 2 चम्मच घी गरम करें।
2. जब घी गरम हो जाए, उसमें गेहूं का आटा डालें।
3. हल्के आंच पर गेहूं का आटा भूनें, ध्यान दें कि यह जल्दी जल्दी नहीं करना है। धीरे-धीरे और ध्यान से अच्छी तरह से भूनें। यह खुशबूदार होने और गोल्डन ब्राउन होने तक लगभग 10-15 मिनट लग सकता है।
4. अब इसमें कटे हुए बादाम, काजू, पिस्ता, इलायची पाउडर (यदि उपलब्ध हो) डालें। और 1-2 मिनट सभी को अच्छी तरह भुन लें (क्योंकि हमने मिश्रित नट्स को अलग से नहीं भुना इसलिए इन्हे पंजीरी के साथ में ही भून लें, आप चाहें तो नट्स को अलग भूनकर पंजीरी में डालकर सकते है)।
5. अब उसमें एक चम्मच घी डालें और फिर से अच्छी तरह से मिला लें।
6. जब आटा और घी अच्छे से मिल जाये तो गैस बंद कर दीजिये।
7. अब उसमे चीनी या गुड़ मिला लीजिये और पंजीरी खाने के लिए तैयार है।
8. Panjiri (पंजीरी) तैयार है, इसे ठंडा होने के बाद में खाने के लिए परोसें। इसका एक स्वादिष्ट और पौष्टिक मिठाई के रूप में आनंद उठाएं!
पंजीरी (Panjiri) खाने के फायदे :
पंजीरी खाने के कई फायदे होते हैं, जिसके कारण इसे खाने की सलाह दी जाती है:
- पौष्टिकता : पंजीरी में गेहूं का आटा, घी, नट्स (मेवे), और गुड़ होते हैं, जो पौष्टिकता प्रदान करते हैं। इसमें विटामिन्स, प्रोटीन, फाइबर, और विभिन्न मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए आवश्यक होते हैं।
- गर्माहट : पंजीरी खाने से शरीर में गर्माहट बढ़ती है, जिससे सर्दियों में ठंड से राहत मिलती है। यह ठंडी हवाओं में शरीर को गर्म रखता है और उसे ऊर्जा से भर देता है।
- प्रसाद : पंजीरी को धार्मिक और त्योहारी अवसरों पर प्रसाद के रूप में भी बनाया जाता है। इसे विशेष अवसरों पर भगवान के प्रसाद के रूप में भी उपयोग किया जाता है और भक्तों को खिलाया जाता है।
- विशेष अवसरों पर खास भोजन : पंजीरी विभिन्न त्योहारों, व्रतों या धार्मिक अवसरों पर खास भोजन के रूप में बनाई जाती है। यह इन अवसरों पर विशेष रूप से तैयार की जाती है और स्नान और पूजा के बाद भोजन का हिस्सा बनती है।
- गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए उपयुक्त : पंजीरी में मिले हुए नट्स, सूखे फल और गुड़ के सेवन से गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को ऊर्जा और पोषण मिलता है। इससे उन्हें प्रसूति के बाद शक्ति मिलती है और उन्हें ऊर्जा से भर देता है।
- मिठास भरी स्वादिष्ट मिठाई : पंजीरी खाने से मन और भूख दोनों संतुष्ट होते हैं। इसका स्वाद मीठा होता है और इसे खाने से आनंद मिलता है।
पंजीरी में गुड़ और घी का उपयोग होता है, इसलिए इसे मात्राभर में खाएं और नियमित रूप से सेवन से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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FAQs.
1.पंजीरी (panjiri) क्यों खानी चाहिए ?
Ans. पंजीरी खाने के बहुत सारे लाभ होते हैं। यह एक पौष्टिक और स्वादिष्ट मिठाई है जिसमें गेहूं का आटा, घी, नट्स, सूखे फल और गुड़ होते हैं। इसमें प्रोटीन, विटामिन, फाइबर, और विभिन्न मिनरल्स पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। इसे सर्दियों में खाने से शरीर को ऊर्जा मिलती है और ठंड से राहत मिलती है। इसे विशेष अवसरों पर भगवान के प्रसाद के रूप में भी उपयोग किया जाता है। यह एक स्वास्थ्यवर्धक मिठाई है जो सर्दीयों में खाने के लिए अच्छा विकल्प होती है।
2. क्या गर्मियों में पंजीरी सेवन किया जा सकता है ?
Ans. गर्मियों में Panjiri का सेवन किया जा सकता है। वास्तव में, पंजीरी एक पौष्टिक मिठाई होती है जिसमें गेहूं का आटा, घी, नट्स, सूखे फल और गुड़ होते हैं। यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करती है और पौष्टिकता भरती है।
गर्मियों में panjiri को ठंडी दूध या दही के साथ खाना भी बेहतर विकल्प होता है। ठंडा दूध और दही शरीर को शीतलता प्रदान करते हैं और पंजीरी के पोषक तत्व उसकी अवशोषण शक्ति को बढ़ाते हैं। इससे आपको गर्मियों में ताजगी और ऊर्जा मिलती है। पंजीरी को गर्मियों में खाने से कोई नुकसान नहीं होता है।लेकिन इसमें गुड़ और घी का उपयोग होता है इसलिए इसे अधिक मात्रा में नहीं खाना चाहिए।